बौद्धिक सम्पदा प्रतिबन्धों की पराराष्ट्रीय मान्यता (उदा. चीन से प्राप्त पेटेण्ट अमेरिका में मान्य होगा) सस्ते श्रम की प्रचुरता देशों को शक्ति तो दे रही है लेकिन राष्ट्रों के बीच असमानता को दूर नहीं कर पा रही है। यदि ये राष्ट्र औद्योगिक राष्ट्रों में विकसित हो जायें तो सस्ते श्रम https://freekundli73724.onesmablog.com/new-step-by-step-map-for-vashikaran-72480408