ॐ भगवती भग भागदायिनी ‘देवदत्ती’ मम मोहय कुरु कुरु स्वाहा। अर्थ: “मैं भगवान के मोहिनी रूप को प्रणाम करता हूँ। आप (अमुक व्यक्ति का नाम) को मेरे वश में करें।” विधि: शनिवार की रात्रि में इस मन्त्र का एक सौ एक जप करें। मन्त्रजप के समय घी का दीपक जलता https://fab-directory.com/listings13396993/5-easy-facts-about-tantra-for-beginnerstantra-yoga-meditation-love-shakti-described